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जावेद खान।
गोंदिया। सहकार क्षेत्र की धड़कन कहे जाने वाले जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक का चुनाव अंततः समाप्त हुआ। भारी पशोपेश और कटीले राह से गुजरते हुए 18 उम्मीदवारों का अंतिम फैसला मतपेटियों से बाहर आकर अपना जननिर्णय उगल चुका है। कोई जीत की खुशी मना रहा है तो कोई हार कर थकान दूर कर रहा है। कुछ तो अल्प वोटों से हारने पर खुद को कोस रहा है। बहरहाल पिक्चर साफ हो गई, कहानी खत्म हुई।
अब हम बात करेंगे सहकार पैनल की, जिसे 20 अलग अलग संस्था गटों के मतदाताओं ने वोट देकर सहकार को पुनः सत्ता में आने का सुनहरा अवसर प्रदान किया है। भाजपा-एनसीपी युति के कुल 11 प्रतिनिधि निर्वाचित हुए है जो बड़ी उपलब्धि है। कुछ जगहों पर कांटे की टक्कर हुई जहां सहकार जीतते -जीतते बची। इनमें एक सीट सड़क अर्जुनी की है जहां बैंक संचालक रहे गजानन परशुरामकर मात्र 1 वोट से चुनाव हार गए।
विधायक राजकुमार बडोले अपने प्रतिद्वंद्वी पूर्व विधायक दिलीप बंसोड़ से मात्र 12 वोटों से चुनाव जीते। बडोले को 435 और बंसोड़ को 423 वोट मिलें। महिला सीट से भाजपा नेत्री रचना गहाने सिर्फ 2 वोटों की बढ़त लेकर जीत का सेहरा बांध पायी।
बैंक के पूर्व सचिव डॉ.अविनाश जायसवाल बैंक के पूर्व उपाध्यक्ष राधेलाल पटले से 55 वोटों से जीते वहीं राजेन्द्र जैन के नजदीकी माने जाने वाले पूर्व संचालक राजकुमार जैन 15 वोटों से चुनाव हार गए।
कुल मिलाकर सहकार को कुछ जगहों पर हार स्वीकार करना पड़ा है वही नए लोगो को नया अवसर प्राप्त हुआ है।
आंकड़े देखें तो सहकार के पास 11 संचालक है वही परिवर्तन के पास 7 संचालक है। 2 निर्दलीय निर्वाचीत उम्मीदवार दिग्गज नेताओं में आके जाते है जिनमें उद्धव बालासाहेब ठाकरे शिवसेना जिलाप्रमुख पंकज यादव दूध संघ से और अजय हलमारे मछली संघ से संचालक निर्वाचित हुए है।
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री, जिले के पालकमंत्री रहे वर्तमान विधायक डॉ. परिणय को जिले में भाजपा-एनसीपी युति के तहत समन्वयक बनाया गया था, जो शुरू से अंत तक चुनावी रणनीति पर नजर बनाए हुए थे। नतीजे आने के पूर्व डॉ. फुके ने मीडिया के समक्ष कहा था कि, अगर सहकार पैनल जीत दर्ज कर सत्ता वापसी की ओर बढ़ती है तो, पूर्व विधायक राजेन्द्र जैन को पुनः अध्यक्ष बनाया जाएगा।
अब मौका अध्यक्ष निर्वाचित करने का है। सहकार के पास 11 का जादुई आंकड़ा है। ये भी संभव है कि निर्दलीय अगर सहकार के समर्थन में आते है तो उन्हें उचित स्थान प्राप्त हो सकता है। बहरहाल डॉ. परिणय फुके और राजेंद्र जैन अध्यक्ष के साथ ही नई कार्यकारिणी को लेकर अभी से रूपरेखा बना चुके है ये चित्र दिखाई दे रहा है।